इसे क्रिमियाई ज्वर, माल्टा ज्वर तथा बैंग का रोग आदि कई नामों से जाना जाता है।
3.
माल्टा ज्वर एक सप्ताह तक शरीर के अंदरूनी भागों में छिपा रहता है इसके बाद अचानक अविराम ज्वर के रूप में दिखाई देने लगता हैं, जो दो-तीन सप्ताह तक भी रहता है।
4.
यह रोग मिक्रोकोकक्स मेलिटेनसिस जीवाणु के कारण होता है, जो बकरी के दूध में होता है और जब यह दूध सेवन करते हैं तो यह जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और माल्टा ज्वर हो जाता है।